
भारतीय cricket टीम के कप्तान और स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत Bumrah की चोट ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के दौरान भारतीय खेमे में चिंता पैदा कर दी है। दूसरे दिन लंच के बाद के सत्र में बुमराह ने अचानक पीठ में असहजता महसूस की और मैदान छोड़कर चले गए। इसके बाद उन्हें स्कैन कराने के लिए स्टेडियम परिसर से बाहर ले जाया गया। हालांकि, वे अंतिम सत्र में ड्रेसिंग रूम में लौट आए, लेकिन उनके खेलने को लेकर सवाल बरकरार है।
प्रसिद्ध कृष्णा ने दिया अपडेट
दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय टीम के साथी तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने बुमराह की स्थिति पर जानकारी देते हुए बताया कि उनकी पीठ में ऐंठन (स्पैज़म) है। यह चोट कितनी गंभीर है, इसका फैसला रविवार (4 जनवरी) को टेस्ट के तीसरे दिन से पहले किया जाएगा। टीम प्रबंधन और मेडिकल स्टाफ उनकी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं।
cricket : sydney test में दूसरे दिन के खेल का प्रदर्शन
दूसरे दिन के खेल में जसप्रीत बुमराह ने अपने आठ ओवरों में बेहतरीन लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन का महत्वपूर्ण विकेट लिया। हालांकि, लंच के बाद जब उन्होंने एक नए स्पेल की शुरुआत की, तब केवल एक ओवर फेंकने के बाद उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। मैदान से लौटते समय बुमराह की बॉडी लैंग्वेज यह संकेत दे रही थी कि वे पूरी तरह फिट महसूस नहीं कर रहे थे।
सीरीज में बुमराह का शानदार प्रदर्शन
जसप्रीत बुमराह ने इस सीरीज में अब तक अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 151.2 ओवर फेंकते हुए 13.06 की शानदार औसत से 32 विकेट हासिल किए हैं। इस सीरीज में उनके प्रदर्शन ने भारतीय टीम को मजबूती दी है।
हालांकि, बुमराह पर लगातार गेंदबाजी का बोझ बढ़ता जा रहा है। आंकड़े बताते हैं कि उन्होंने सीरीज में भारतीय गेंदबाजों में सबसे ज्यादा ओवर फेंके हैं। अगर उनकी तुलना ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस से करें, तो केवल कमिंस ने उनसे थोड़ा ज्यादा (152 ओवर) गेंदबाजी की है। बुमराह की निरंतरता और प्रदर्शन को देखकर भारतीय टीम प्रबंधन ने उनसे अधिक से अधिक गेंदबाजी करवाई है, लेकिन यह रणनीति अब उनके लिए जोखिम भरी साबित हो सकती है।
रोहित शर्मा की चिंता
मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया था कि बुमराह पर गेंदबाजी का ज्यादा बोझ डाला जा रहा है। उन्होंने कहा था, “अगर कोई गेंदबाज इतनी शानदार फॉर्म में है, तो आप स्वाभाविक रूप से उसकी क्षमता का अधिकतम उपयोग करना चाहेंगे। लेकिन एक समय ऐसा भी आता है जब आपको उसे आराम देना जरूरी हो जाता है। हमने कोशिश की है कि बुमराह के वर्कलोड को मैनेज करें। मैं उनसे लगातार बात करता हूं कि वे कैसा महसूस कर रहे हैं और उनके शरीर की स्थिति कैसी है।”
पहले भी चोट का खतरा
यह पहली बार नहीं है जब जसप्रीत बुमराह की फिटनेस भारतीय खेमे के लिए चिंता का विषय बनी है। एडिलेड में खेले गए दूसरे टेस्ट के दौरान भी बुमराह को 20वें ओवर में ग्रोइन क्षेत्र में तकलीफ हुई थी, जिसके कारण फिजियो को मैदान पर आना पड़ा था। हालांकि, बुमराह ने उस चोट से जल्दी उबरकर अपनी लय बरकरार रखी थी। उन्होंने इस सीरीज में अपनी सटीकता और विविधता से विपक्षी बल्लेबाजों को खूब परेशान किया है।
भारत के लिए क्या हैं विकल्प?
अगर बुमराह तीसरे दिन गेंदबाजी नहीं कर पाते हैं, तो भारतीय टीम को उनके विकल्प पर विचार करना होगा। मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और अन्य गेंदबाजों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी आएगी। भारतीय गेंदबाजी आक्रमण में बुमराह की गैरमौजूदगी एक बड़ा झटका हो सकती है, क्योंकि वे टीम के मुख्य स्ट्राइक गेंदबाज हैं और उनकी सटीक यॉर्कर और स्लॉग ओवरों में नियंत्रण भारत को बड़ी बढ़त दिलाने में मदद करते हैं।
ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक रिकॉर्ड
जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने प्रदर्शन से भारतीय गेंदबाजी की नई ऊंचाइयां तय की हैं। इस सीरीज में उन्होंने हरभजन सिंह के 2001 की ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज में लिए गए 32 विकेटों की बराबरी कर ली है। यह रिकॉर्ड इस बात का प्रमाण है कि बुमराह ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर कितने प्रभावशाली साबित हुए हैं।
टीम प्रबंधन की रणनीति
भारतीय टीम प्रबंधन ने हमेशा से अपने खिलाड़ियों की फिटनेस पर ध्यान दिया है। बुमराह जैसे प्रमुख खिलाड़ी की चोट को नजरअंदाज करना टीम के लिए महंगा साबित हो सकता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि बुमराह को आराम दिया जाता है या वे मैदान पर उतरने का फैसला करते हैं। भारतीय टीम के लिए यह निर्णय महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनके पास आने वाले मैचों में और भी कड़े मुकाबले हैं।
क्या हो सकती है रणनीति?
- वर्कलोड मैनेजमेंट: भारतीय टीम को यह सुनिश्चित करना होगा कि बुमराह को पर्याप्त आराम मिले। उनका फिट रहना टीम के लिए दीर्घकालिक सफलता की कुंजी है।
- दूसरे गेंदबाजों पर भरोसा: मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे गेंदबाजों को अतिरिक्त ओवर फेंकने की जिम्मेदारी देनी होगी।
- ऑलराउंडर्स का उपयोग: रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे स्पिन ऑलराउंडर्स को गेंदबाजी में अधिक अवसर दिए जा सकते हैं।
- फिजियो और मेडिकल टीम की निगरानी: बुमराह की स्थिति पर लगातार नजर रखी जानी चाहिए और उनकी वापसी को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए।
निष्कर्ष
जसप्रीत बुमराह की चोट ने भारतीय खेमे में एक बार फिर से फिटनेस और वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर बहस छेड़ दी है। टीम के लिए यह जरूरी है कि वे बुमराह को लंबे समय तक फिट रखने के लिए सतर्कता बरतें।
जैसा कि प्रशंसक और विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं, बुमराह की चोट गंभीर न हो और वे जल्द ही मैदान पर वापसी करें। सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन उनका खेलने का फैसला भारतीय टीम की रणनीति और मैच के परिणाम को प्रभावित कर सकता है। भारतीय टीम और उनके करोड़ों प्रशंसक बुमराह की जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।