रविवार को Elon Musk के SpaceX ने अंतरिक्ष विज्ञानं में एक अद्भुत और अविश्वसनीय काम कर दिया| दरअसल SpaceX ने 13 अक्टूबर 2024 को अपने Starship Rocket के विशाल बूस्टर को पहली बार एक विशालकाय यांत्रिक “CHOPSTICKS” की सहायता से सफलतापूर्वक पकड़ लिया। दरअसल 400 फ़ीट लम्बे स्टारशिप राकेट में 233 फ़ीट के हिस्सा बूस्टर का है और इसे लॉन्चिंग के बाद फिर से वापस उतारा गया | जिसका फिर से उपयोग किया जा सकता है| यह परीक्षण टेक्सास से किया गया था और SpaceX के तेजी से पुन:प्रयोग योग्य रॉकेट प्रणाली विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
क्या है CHOPSTICKS:चॉपस्टिक तकनीक ? यह विशाल आर्म्स (हथियार) लॉन्च टॉवर का हिस्सा हैं, जिन्हें Mechazilla भी कहा जाता है। इनका उपयोग बूस्टर को हवा में पकड़ने और सुरक्षित रूप से लैंड कराने के लिए किया गया। इस प्रक्रिया से रॉकेट को तेजी से फिर से उड़ान भरने के लिए तैयार किया जा सकता है, जिससे पारंपरिक रॉकेट लैंडिंग की तुलना में समय और लागत दोनों बचेंगे|
NASA और Artemis मिशन: यह प्रयास SpaceX के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि कंपनी का Starship रॉकेट NASA के Artemis प्रोग्राम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य 2026 तक चंद्रमा पर इंसानों को भेजना है। Starship रॉकेट की यह पुन:प्रयोग क्षमता भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों—जैसे मंगल ग्रह पर मानव मिशन—के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है|
पिछले परीक्षणों से प्रगति: SpaceX ने इस उड़ान से पहले चार परीक्षण पूरे किए थे, जिनमें से कुछ असफल भी रहे थे। पहले परीक्षणों में रॉकेट की गर्मी से सुरक्षा प्रणाली में सुधार और अलग-अलग इंजीनियरिंग बदलाव किए गए थे। इस बार रॉकेट ने सफलतापूर्वक पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया और बिना किसी बड़ी समस्या के लैंडिंग पूरी की|
SpaceX की Mission और चुनौतियां
SpaceX के CEO एलन मस्क की दीर्घकालिक योजना अंतरिक्ष यात्रा को सस्ता और सुलभ बनाना है। कंपनी का उद्देश्य भविष्य में Starship के माध्यम से नियमित रूप से चंद्रमा और मंगल तक मानव यात्रा सुनिश्चित करना है।SpaceX का दीर्घकालिक लक्ष्य है कि Starship का उपयोग कर 2030 के दशक में मंगल ग्रह पर मानव उपनिवेश स्थापित किया जाए। एलन मस्क की योजना है कि Starship रॉकेट सैकड़ों लोगों को एक साथ मंगल पर ले जाने में सक्षम हो
हालांकि यह मिशन सफल रहा, लेकिन इसे FAA (Federal Aviation Administration) से लॉन्च अनुमति प्राप्त करने में विलंब का सामना करना पड़ा था। पर्यावरणीय प्रभावों का विस्तृत विश्लेषण एक चुनौती बना रहा, जिससे उड़ान को कई महीनों तक टाला गया था|
SpaceX का Starlink प्रोजेक्ट पहले से ही सैकड़ों उपग्रहों के माध्यम से वैश्विक इंटरनेट सेवा प्रदान कर रहा है। Starship की मदद से कंपनी और भी अधिक उपग्रहों को कम समय में कक्षा में तैनात कर सकती है, जिससे दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा में सुधार होगा | यह परीक्षण अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, और SpaceX के मिशनों के लिए तेजी से पुन:प्रयोग योग्य रॉकेट तकनीक विकसित करने का मार्ग प्रशस्त करता है।SpaceX की तकनीकी प्रगति भविष्य में अंतरिक्ष यात्रा को न केवल अधिक किफायती बनाएगी बल्कि इसे नियमित और व्यावसायिक रूप से संभव भी करेगी। साथ ही, यह पृथ्वी से परे मानव सभ्यता के विस्तार के मस्क के सपने को भी वास्तविकता में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
SpaceX के अलावा कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां और निजी कंपनियां अंतरिक्ष अन्वेषण और भविष्य में चंद्रमा व मंगल पर मानव मिशनों को लेकर कार्य कर रही हैं। यहाँ कुछ प्रमुख नाम हैं जो इस दिशा में काम कर रहे हैं:
NASA (अमेरिका)
- अगला मिशन: Artemis III के तहत 2026 में चंद्रमा पर मानव को फिर से भेजना।
- Collaboration with SpaceX: NASA ने Starship को Artemis प्रोग्राम के तहत चंद्रमा लैंडर के रूप में चुना है।
- लंबी योजना: 2030 के दशक में मंगल मिशन। NASA मंगल ग्रह पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के लिए नए स्पेसक्राफ्ट और प्रौद्योगिकी विकसित कर रहा है
ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन)
- चंद्रयान-3 की सफलता: ISRO ने हाल ही में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की, जो भविष्य के मानव मिशनों की तैयारी का हिस्सा है।
- गगनयान मिशन: 2024-25 में भारत अपना पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन लॉन्च करेगा।
- मंगल और चंद्रमा मिशन: भविष्य में ISRO का लक्ष्य चंद्रमा और मंगल पर दीर्घकालिक अनुसंधान मिशन संचालित करना है
Pingback: Satellite Spectrum नीलामी पे सरकार के फैसले के बाद Elon Musk का Super ऐलान ! Starlink जल्द शुरू करेगी भारत में 1st Satellite इंटरनेट से
Pingback: Starlink का जल्द होगी भारत में Entry ! यहाँ जाने कब सुरु होगी worlds Number 1 satellite communication - Tatka Real News