2028 तक भारत बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा Software Developer : GitHub के CEO का बयान
GitHub, जो दुनिया का सबसे बड़ा सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट प्लेटफ़ॉर्म है, ने भारत के सबसे बड़े डेवलपर समुदाय बनने की भविष्यवाणी में बदलाव किया है। पहले यह अनुमान लगाया गया था कि भारत 2027 तक अमेरिका को पीछे छोड़ देगा, लेकिन अब यह लक्ष्य 2028 तक पहुंचने की संभावना है। GitHub के CEO थॉमस डोह्मके ने इस बदलाव का कारण वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों, अमेरिका में डेवलपर समुदाय की तेज़ वृद्धि और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती लोकप्रियता को बताया। बावजूद इसके, डोह्मके ने कहा कि भारत के पास दुनिया का शीर्ष डेवलपर समुदाय बनने की अपार क्षमता है।
भारत में डेवलपर्स की तेज़ी से बढ़ती संख्या
भारत, जो वर्तमान में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा डेवलपर समुदाय है, ने पिछले वर्ष में जबरदस्त वृद्धि देखी है। GitHub के अनुसार, 2023 में भारत में डेवलपर्स की संख्या 28% बढ़कर 1.7 करोड़ हो गई है। यह अमेरिका (2.38 करोड़) के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। GitHub के कुल डेवलपर बेस ने इस साल 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है, जिसमें भारत का योगदान तेजी से बढ़ रहा है।
“भारत सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट का हब बन रहा है,” डोह्मके ने कहा। “जनसांख्यिकी, शैक्षिक संस्थानों और फलते-फूलते स्टार्टअप इकोसिस्टम का संगम इसे दुनिया में शीर्ष स्थान पर पहुंचाने की क्षमता प्रदान करता है।”
AI और अमेरिका की तेज़ी से हो रही वृद्धि
इस बदलाव के पीछे एक बड़ा कारण अमेरिका में डेवलपर समुदाय की अप्रत्याशित वृद्धि है, जो मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में बढ़ती रुचि और निवेश के कारण हो रही है। विभिन्न उद्योगों में AI-संचालित समाधानों को अपनाने के कारण, AI और मशीन लर्निंग में कुशल डेवलपर्स की मांग आसमान छू रही है। इसने अमेरिका के डेवलपर इकोसिस्टम को और मजबूत किया है और भारत के पहले स्थान पर आने में एक साल की देरी कर दी है।
डोह्मके ने कहा, “AI के प्रति उत्साह ने अमेरिका में अविश्वसनीय वृद्धि को प्रेरित किया है। लेकिन हम अभी भी भारत को नंबर एक बनते हुए देख रहे हैं। यह केवल समय की बात है।”
भारत में रणनीतिक निवेश
GitHub भारत के डेवलपर समुदाय के विकास को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक कदम उठा रहा है। इस साल की शुरुआत में, GitHub ने इंफोसिस के साथ साझेदारी करके बेंगलुरु में अपना पहला ग्लोबल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) स्थापित किया। यह पहल भारत की सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग क्षमताओं को बढ़ाने और AI-आधारित समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए शुरू की गई है।
इसके अलावा, GitHub भारत में और CoEs स्थापित करने की योजना बना रहा है, जो प्रमुख कंपनियों के साथ साझेदारी करेगा। इन केंद्रों का उद्देश्य भारतीय डेवलपर्स को पारंपरिक सॉफ़्टवेयर विकास से AI-संचालित और ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स की ओर स्थानांतरित करने में मदद करना है, जो वैश्विक तकनीकी रुझानों के साथ मेल खाता है।
सरकार और संस्थागत समर्थन
डोह्मके ने भारत में स्टार्टअप्स, शिक्षा और बुनियादी ढांचे में निवेश को डेवलपर समुदाय की वृद्धि के प्रमुख कारकों के रूप में पहचाना। उन्होंने कहा, “भारत की वृद्धि इस बात पर निर्भर करती है कि वह अपने स्टार्टअप इकोसिस्टम, विश्वविद्यालयों और सरकारी परियोजनाओं में कैसे निवेश करता है। ये निवेश न केवल नौकरियां पैदा करते हैं बल्कि ऐसे नवाचारों को भी वित्तपोषित करते हैं जो देश के तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाते हैं।”
डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसे सरकारी कार्यक्रमों ने पहले ही एक मजबूत नींव तैयार की है, जिससे भारतीय डेवलपर्स को वैश्विक तकनीकी समुदाय में योगदान देने के लिए पर्याप्त अवसर मिले हैं।
भारत में ओपन सोर्स का बढ़ता प्रभाव
ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स में भारत का योगदान इसके बढ़ते प्रभाव का एक प्रमुख कारण है। GitHub भारतीय डेवलपर्स के लिए वैश्विक प्रोजेक्ट्स पर काम करने, वास्तविक समस्याओं को हल करने और अपनी क्षमताओं को विश्व मंच पर प्रदर्शित करने का मंच बन गया है।
“ओपन सोर्स नवाचार की रीढ़ है,” डोह्मके ने कहा। “भारतीय डेवलपर्स न केवल ओपन-सोर्स टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं, बल्कि उसे आकार भी दे रहे हैं। यही कारण है कि हम भारत को आने वाले वर्षों में एक वैश्विक तकनीकी नेता के रूप में देखते हैं।”
कॉर्पोरेट और स्टार्टअप भागीदारी
GitHub का भारतीय बाजार में प्रभाव इसके प्रमुख भारतीय कॉरपोरेट्स और स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी से मजबूत हुआ है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), कॉग्निज़ेंट, एचसीएलटेक और स्टार्टअप्स जैसे पेटीएम और मेकमाईट्रिप जैसी कंपनियां अपने सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट प्रक्रियाओं को बढ़ाने के लिए GitHub का उपयोग कर रही हैं।
स्टार्टअप्स भारत के डेवलपर समुदाय के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। तकनीकी स्टार्टअप्स में वेंचर कैपिटल फंडिंग के बढ़ने से कुशल डेवलपर्स की मांग बढ़ी है। GitHub के टूल्स और संसाधन इन स्टार्टअप्स के लिए अनिवार्य बन गए हैं, जिससे तेज़ विकास चक्र और सुगम सहयोग सुनिश्चित होता है।
GitHub की भारत के प्रति प्रतिबद्धता
डोह्मके ने भारत की क्षमता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दिखाया है। उन्होंने 2023 में दो बार, जून और अगस्त में भारत का दौरा किया और यहां के नवाचार की गति और डेवलपर समुदाय की सक्रियता पर अपनी उत्सुकता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “भारत की ऊर्जा और नवाचार बेजोड़ है। यह प्रेरणादायक है कि यहां के डेवलपर्स जटिल समस्याओं को हल कर रहे हैं और वैश्विक तकनीकी इकोसिस्टम में योगदान दे रहे हैं।”
चुनौतियाँ और अवसर
हालांकि भारत का विकास पथ प्रेरणादायक है, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं। वैश्विक आर्थिक माहौल और भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं विकास की गति को प्रभावित कर सकती हैं। इसके अलावा, AI और मशीन लर्निंग जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में कौशल अंतराल को पाटने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों से सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता होगी।
फिर भी, अवसर चुनौतियों से कहीं अधिक हैं। एक युवा, तकनीकी रूप से कुशल आबादी, शिक्षा पर मजबूत जोर और डिजिटल परिवर्तन को प्राथमिकता देने वाली सरकार के साथ, भारत वैश्विक डेवलपर समुदाय का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।
आगे का रास्ता
2028 तक का समय भारत के डेवलपर समुदाय के लिए महत्वपूर्ण होगा। तेज़ी से विकास, रणनीतिक निवेश, और नवाचार के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ, भारत दुनिया का सबसे बड़ा डेवलपर बेस बनने की कगार पर है। GitHub के लिए, यह न केवल एक मील का पत्थर होगा बल्कि डेवलपर्स की परिवर्तनकारी शक्ति में उनके विश्वास की पुष्टि भी करेगा।
डोह्मके ने कहा, “सॉफ़्टवेयर विकास का भविष्य भारत में लिखा जा रहा है। हमें इस यात्रा का हिस्सा होने पर गर्व है और हम भारतीय डेवलपर्स को उनके तकनीकी भविष्य को आकार देने में समर्थन देने के लिए तत्पर हैं।”
भारत में GitHub की यात्रा इस देश की वैश्विक तकनीकी परिदृश्य में प्रमुखता की गवाही देती है। जैसे-जैसे भारतीय डेवलपर्स नई सीमाओं को पार कर रहे हैं, पूरी दुनिया इस ऊर्जा और नवाचार का स्वागत करने के लिए तैयार है।